Tuesday, February 26, 2013

कश्मकश मोहब्बत की ...


वो आसमां घंटों झुककर मेरी राह देखता रहा ,
मै तड़ित प्रभा की वृष्टि समझ वर्षो  डरता रहा .
वो खौफनाक चमक की चाहत पे रोता रहा ,
मै वर्षों क्या हुआ कैसे हुआ यही सोचता रहा .

Monday, February 11, 2013

                नासदीय सूक्त --
श्रृष्टि में बहुत से विद्वान हुए बहुत सी किताबें लिखी गयी .हर किसी ने श्रृष्टि और सभ्यता के शुरुआत को अपने हिसाब से बताया .हर कोई विज्ञानं के आगे नतमस्तक हो गया .दुनिया में उपनिषद ही एक ऐसी किताब है जिसके आगे खुद विज्ञानं सर झुकाता है .उपनिषद के नासदीय सूक्त के अनुसार ..

Sunday, February 3, 2013

जिंदगी किसी की आँखों में प्यार से ,
देखने का नाम है .या फिर प्यार देखने का .

Saturday, February 2, 2013

पहले प्यार का पहला एहसास ...
जिसे कभी दुहराया नहीं जा सकता .
जिसे कभी समझा नहीं जा सकता .
मगर वह होता है 
नदी में बहते पत्थर की तरह ,जो आपस में टकराते है .
कभी पत्थर पानी से नाराज होता है ,कभी पानी पत्थर से नाराज होता है .
मगर दोनों साथ बहते है ,यही उनकी मोहब्बत है ,उनकी अपनी प्रेम कहानी .
तो पहली मोहब्बत का पहला एहसास कुछ यु होता है ....
जिसे देखकर मन खुश हो जाए .
जिसके अचानक सामने आने पे दिल धड़क जाए .
जिसके साथ शरारते करने को जी चाहे ,
कुछ बोलने पे गुस्सा आ जाये .
दिल कुछ कहना  चाहता है मगर कह नहीं पाता .
दिल कुछ सुनना चाहता है मगर सुन नहीं पाता .
सामने आ जय तो उसे परेशान करने को मन करता है ,
उसपे गुस्सा उतरने को मन करता है .
वही जब आँखों से दूर चला जाय तो मन बेचैन हो जाता है .
चेहरे पे मायूसी छा जाती है .

Friday, February 1, 2013

                  जिंदगी झूमकर मुस्कुरायी ....
विश्वास की थाली में किसी ने दुआये ,भर भर के भिजवाई है ,
जिंदगी झूमकर मुस्कुरायी ,चेहरे पे रौनक बिखर आई है .
और यही कहने को आ रहा है ...
वो कौन सी हस्ती है जिसने ,
मेरे कर्मों में टांग अड़ाई है ,
दुष्टात्मा नहीं परमात्मा होगी वो ,
जिसने इस दिल में हलचल जगाई है .