Friday, June 26, 2009

कुछ अपने उसूल

  1. ज़िन्दगी के किसी मोड़ पर जब ,तकलीफें तुम्हें परेशान करने लगें ।तो उन तकलीफों को इस हद तक अपना लो ,की तकलीफें देने वाला इश्वर भी रो पड़े ।
  2. ज़िन्दगी की बहार जब तुमसे अपना दामन छुड़ाने लगे ,तो इससे पहले की दुनिया तुझे ठुकराए ,तू दुनिया को ठोकर मार दे ।
  3. अगर किसी के दिल से निकली एक इच्छा के पीछे मेरी हज़ार कोशिशें हैं । तो ये भी सम्भव है ,उसके दिल से निकली एक नफ़रत के पीछे मेरी हजार अड़चनें होंगी ।
  4. कोई बात है जो ,जो छलक आई है ,अक्षरों के घडे औंधे कर दो ,और अपनी खामोशी को ,आसमान पीने दो ।

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