Saturday, June 20, 2009

ख्वाब

ख्वाब जिसका गुलाम है पृथ्वी का हर एक जीवधारी ,ख्वाब जिसके बगैरअधूरी है ज़िन्दगी की हर कामयाबी ,ख्वाब जिसने सजाया इस धरती को तब से लेकर आज तक ,ख्वाब जिसने पैदा की इंसान के अन्दर तरह -तरह के अद्भुत विचार ===

अतः ;

ख्वाब वह अद्भुत शक्ति है ,जिससे शुरू होता है एक बच्चे का जीवन ,ख्वाब ही वह तमन्ना है जिसपे समाप्त होता है एक बुजुर्ग का जीवन ।

शायद अगले पल में पिछले पल की तस्वीर है ख्वाब,

शायद जंग के मैदान में राहत की एक आवाज है ख्वाब।

शायद पिछली जिंदगी के लिए अगले जीवन का पैगाम है ख्वाब.

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