Sunday, June 21, 2009

कलाम

कलाम जी के अग्नि की उडान से ली गई कुछ बातें =-------
धरती का हर एक प्राणी भ्रम में जीता है ,
यह भ्रम इच्छाओं और क्रोध की पैदाइश होती है,
जो आदमी अपनी अच्छाइयों द्वारा इसे जीत लेता है,
जो ज़िन्दगी के सारे भ्रम से दूर हो जाता है ,
वही सफल है , वही जीवन में पूज्यनीय है ।


दूसरो के ग़मों को नजदीक से समझने के लिए अग्नि की उडान में एक लाइन इस तरह से है,
तुम सारा दिन प्रयास करके एक योजना बनाओ ;
तुम्हारी इच्छा हो हमेशा इसे एक सा बनाए रखने की ,
लेकिन बीच में तुम्हारी योजना बुरी तरह नष्ट कर दी जाय ,
या नष्ट करने के लिए मजबूर किया जाय ,
तुम्हे मारा - डांटा जाय तो तुम्हे कैसा लगेगा ।


वह लाइन जिसका अर्थ बहुत देर में समझ आया ----------------
सर्वनाश और निर्माद के बीच ,
भावनाओं और प्रतिक्रियाओं के बीच ,
केवल परछाइयों का पीछा करो ।


एक बहुत ही सुंदर लाइन ----------------
सुंदर हाथ वही है ,
मजबूत हाथ वही है ,
सच्चा हाथ वही है ,
जो एक ऐसी रचना दे सके ,
जो ज़िन्दगी के बहुत करीब हो ,
जो हर पल विश्वशनीय हो ,
जो हर पल सहायक हो,
जो बहुत दूर तक साथ हो ।

एक यह लाइन ----------------
घबराओ नहीं , दरो नहीं , भटको नहीं ,
अवसर बार -बार आयेंगे ,
जब तक कोई महान कार्य शुरू नहीं होगा ,
जब तक वह कार्य पूरा नहीं होगा ।

तीसरे अध्याय की लाइन --------------
विनाश , इच्छा , पराजय इन सभी को ,
क्यों; की अँधेरी रात में तब तक भीगने दो ,
जब तक ,
कमजोरी साहस न बन जाए ,
अँधेरा उजाला न हो जाए ,
गलती सीख न बन जाए ।

1 comment:

  1. its best & i like KALAM in any form



    he is realy

    MAN OF FIRE

    ReplyDelete

YOU ARE MOST WELOME ---