
शिव आज भी ॐ है ,
मैं आज भी मैं हूँ ,
प्रश्न उठते रहे हैं , आज भी उठते है ,
मैं कल भी खामोश मुस्कराता था , आज भी मुस्कराता हूँ ,
समय ने कल भी कोशिश की आज भी कोशिश में है ,
इसे मारा जाय , इसे हराया जाय , रास्ते में ही गिराया जाय ,
मैं कल से लेकर आज तक इसी समय से ही जीतता आया हूँ ।
tum kal bhi pagal the aaj bhi ho
ReplyDeleteha ha ha ha
समस्त इन्द्रियों का जोर लगाने के बावजूद पोस्ट का सार तत्व पकड़ने में नाकामयाब रहा !
ReplyDeleteऐसे जटिल और विकट लेखन को प्रणाम करता हूँ !
जय हो प्रभु
आता रहूँगा समझने !
बंधु !
कृपया वर्ड वैरिफिकेशन की उबाऊ प्रक्रिया हटा दें ! लगता है कि शुभेच्छा का भी प्रमाण माँगा जा रहा है। इसकी वजह से प्रतिक्रिया देने में अनावश्यक परेशानी होती है !
तरीका :-
डेशबोर्ड > सेटिंग > कमेंट्स > शो वर्ड वैरिफिकेशन फार कमेंट्स > सेलेक्ट नो > सेव सेटिंग्स
आज की आवाज
Bahut sundar rachana...really very nice..
ReplyDeleteRegards.
DevPalmistry [ Lines tell the story of ur life ]
jeet to saty ki hee hoti hai,kab, ye nahi pata.narayan narayan
ReplyDeleteहिंदी भाषा को इन्टरनेट जगत मे लोकप्रिय करने के लिए आपका साधुवाद |
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